दिसंबर 2021 को इंडियन एयर फोर्स का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कैप्टन वरुण सिंह के साथ इस हेलिकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी सहित अन्य लोग भी सवार थे। आज के इस पोस्ट मे हम आपको कैप्टन वरुण सिंह के जीवन परिचय (Captain Varun singh Biography in Hindi) के बारे मे बताएँगे।
इनका विमान तमिलनाडु
के ऊटी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इनका हेलीकॉप्टर सुलूर से वेलिंग्टन के लिए
रवाना हुआ था जिसमें चालक दल सहित 14 लोग सवार थे।
कैप्टन वरुण सिंह के
अलावा बाकी सभी की मृत्यु हो गई और वरुण सिंह को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया
लेकिन आज
15 दिसंबर
2021 को उनका देहांत हो गया।
यह हमारे देश के लिए बहुत शोक का दिन है कि हमने आज एक योद्धा को हमेशा के लिए खो
दिया।
आज इस पोस्ट में हम आपको कैप्टन वरुण सिंह के जीवन परिचय (Captain Varun Singh Pilot Biography) से संबंधित सभी जानकारी वरुण सिंह कौन थे, उनकी क्या उपलब्धियां रही और अन्य जानकरी प्रदान करेंगे।
Captain Varun Singh wikipedia
नाम |
वरुण सिंह |
उम्र |
42 वर्ष |
जन्म स्थान |
कन्होली गाँव, उत्तरप्रदेश |
गृहनगर |
देवरिया, उत्तरप्रदेश |
पिता का नाम |
के पी सिंह |
माता का नाम |
उमा सिंह |
पत्नी का नाम |
गीतांजलि |
भाई का नाम |
तनुज सिंह |
बच्चे |
दो |
स्कूल |
आर्मी पब्लिक स्कूल, चंडीगढ़ |
धर्म |
हिन्दू |
लम्बाई |
5 फीट 9 इंच |
आँखों का रंग |
काला |
बालो का रंग |
सफ़ेद और काले |
पेशा |
भारतीय वायु सेना ऑफिसर |
पद (rank) |
ग्रुप कैप्टेन |
सर्विस ब्रांच |
भारतीय एयर फ़ोर्स |
वैवाहिक स्थिति |
विवाहित |
राष्ट्रीयता |
भारतीय |
मृत्यु की तारीख |
15 दिसम्बर 2021 |
मृत्यु का कारण |
हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त |
मृत्यु स्थान |
बेंगलुरु सैन्य अस्पताल |
वरुण सिंह कौन थे | Who is Captain Varun Singh
वरुण सिंह भारतीय वायु
सेना (Indian Armed Force) मे captain थे इन्होने अपने देश भारत की रक्षा मे कई
वर्षो तक कार्य किया। भारत को आज उनके जैसे वीरो की जरूरत है और अब उनकी कमी हमे
हमेशा महसूस होगी।
इन्होने तमिलनाडु के
वेलिंगटन मे डिफेन्स सर्विसेज स्टाफ के डायरेक्टर स्टाफ के तौर पर कार्य किया था। इस
वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें उनकी बहादुरी के लिए शौर्य चक्र भी दिया गया था।
कैप्टन वरुण सिंह का जन्म | Captain Varun Singh Born
वरुण सिंह का जन्म
दिल्ली में सैनिक परिवार मे हुआ था और उनकी उम्र महज
42 वर्ष थी। वरुण सिंह
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के कनौहली गांव के रहने
वाले थे।
कैप्टन वरुण सिंह की शिक्षा | Captain Varun Singh Education
वरुण सिंह की प्रारंभिक
शिक्षा हरियाणा के चंडी मंदिर के आर्मी पब्लिक स्कूल में हुई और उसके बाद इन्होने एनडीए
की परीक्षा पास कर वायुसेना मे captain के पद पर नियुक्त हुए।
कैप्टन वरुण सिंह का परिवार | Captain Varun Singh family members
वरुण सिंह के पिता
इंडियन एयर फोर्स में कर्नल के पद पर थे। उनका नाम के. पी. सिंह है। उनकी माता का
नाम उमा है, उनका एक छोटा भाई है जो भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर
कार्यरत है।
कैप्टन वरुण सिंह की पत्नी व बच्चे | Captain Varun Singh Wife
वरुण सिंह की पत्नी का
नाम गीतांजलि है, इन दोनों की शादी को केवल 10 साल ही हुए थे। इनके
दो बच्चे है उनके बेटे का नाम रिद रमन और बेटी का नाम आराध्या है।
वरुण सिंह का कैरियर | Captain Varun Singh career
वरुण सिंह जब एनडीए मे चुने गए तो उसके बाद
उन्होंने फ्लाइंग लेफ्टिनेंट और फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के रूप मे अपने कैरियर को
बनाया। इन्होने 11 महीनो तक
प्रायोगिक परीक्षण पायलट का कोर्स किया।
उन्होंने बेंगलुरु मे
IAF मे लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट स्क्वाड्रन के साथ परीक्षण पायलट के रूप मे कार्य
शुरू किया। वह 19 जून 2017 को विंग कमांडर के रूप मे नियुक्त हुए थे।
सितम्बर 2021 मे
इन्होने अपने ही स्कूल के छात्रों के लिए पत्र लिखकर उन्हें बताया कि औसत दर्जे का
छात्र होना अच्छा है क्योकि वह खुद भी उसी प्रकार के छात्र थे। इन्होने 12 की
परीक्षा मे प्रथम श्रेणी मे स्कोर प्राप्त किये थे।
वरुण सिंह को पहले से
ही हवाई जहाज और विमानन का शौक रहा और उन्होंने आखिर तक अपने सपने का हाथ थामे रखा
और देश के सामने एक वीर योद्धा बन कर आये।
कैप्टन वरुण सिंह के पुरुस्कार और
उपलब्धियां | Captain Varun Singh Awards
·
कैप्टन वरुण सिंह को
15 अगस्त 2021 को देश का तीसरा सबसे बड़ा वीरता पदक शौर्य चक्र मिला था।
·
इन्हें
12 अक्टूबर 2020 को अपने तेज़स लड़ाकू विमान को सँभालने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ
कोविंद के द्वारा सम्मानित किया गया।
कैप्टन वरुण सिंह मृत्यु | Captain Varun Singh Death
जब ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह डिफेन्स स्टाफ
जनरल बिपिन रावत और अन्य लोगो सहित IAF Mi 17V5 से यात्रा कर रहे थे तो अचानक उनके
हेलीकाप्टर का संपर्क टूट गया और तमिलनाडु के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त पाया
गया।
वह 14 अधिकारियो मे से
अकेले बचे लेकिन उनका शरीर 80 से 85% तक जल गया था और उन्हें life support system
पर रखा गया था। पहले उन्हें वेलिंगटन के सैनिक अस्पताल मे भर्ती किया गया।
जब उनकी हालत मे सुधार
नहीं दिखाई दिया तो उन्हें बेंगलुरु अस्पताल मे भर्ती कर दिया। सूत्रों के अनुसार,
अस्पताल ले जाने से पहले वह होश मे आये थे और उन्होंने अपनी पत्नी गीतांजलि से बात
की थी। जब कैप्टन के साथ यह दुर्घटना हुई थी तब उनका परिवार मुंबई मे था।
यह दुर्घटना हमारे देश
की सबसे बड़ी हानि है क्योकि हमने कई वीर सैनिको को खो दिया जिनमे सेना के कई बड़े
अधिकारी शामिल थे।
निष्कर्ष
उम्मीद करते है कि आपको हमारा आज का पोस्ट कैप्टन
वरुण सिंह के जीवन परिचय |
Captain Varun Singh Biography
in Hindi पसंद
आया होगा और इसे पढ़कर आपको मदद मिली होगी। आप अपने सवाल Comment
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